केन्द्र सरकार ने दिए मौजूदा मिड-डे-मील व्यवस्था में बदलाव के संकेत : मिड-डे मील अव्यवहारिक : एचआरडी राज्य मंत्री प्रो0 रामशंकर कठेरिया-
1-केंद्रीय मंत्री बोले शिक्षकों की कमी दूर करने को केंद्र की कवायद
2-स्किल डिवेलपमेंट बनेगा पढ़ाई का अनिवार्य हिस्सा : कठेरिया
3-मिड-डे मील अव्यवहारिक : एचआरडी राज्य मंत्री प्रो0 रामशंकर कठेरिया
4-जल्द शुरू होगा बीए बीएड का इंटीग्रेटेड कोर्स
लखनऊ | रामशंकर कठेरिया ने प्राइमरी स्कूलों में बंटने वाले मिड-डे-मील के मौजूदा ढांचे को अव्यवहारिक बताया। उन्होंने कहा कि खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में इसके चलते बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इसलिए इसकी समीक्षा किए जाने की जरूरत है। उन्होंने प्राइमरी स्कूल में शिक्षकों से पढ़ाई के अलावा अन्य काम कराए जाने पर भी चिंता जताई। प्राइमरी स्कूलों की पढ़ाई में आने वाले यह सभी व्यवहारिक बिन्दु सरकार की नजर में है। इनके समाधान पर काम होगा।
जल्द शुरू होगा बीए बीएड का इंटीग्रेटेड कोर्स-
लखनऊ | मानव संसाधन विकास मंत्रालय ग्रेजुएशन व पीजी के ऐसे इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करना चाहता है, जिसमें स्टूडेंट को बीएड और एमएड के लिए अलग पढ़ाई नहीं करना पड़े। केंद्र की यह कवायद स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को पूरा करने के लिए है। एचआरडी राज्य मंत्री प्रो़ रामशंकर कठेरिया ने रविवार को वीवीआईपी गेस्ट हाउस में मीडिया ने बातचीत में यह जानकारी दी।
अमेठी में पार्टी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद राजधानी लौटे कठेरिया ने कहा कि बीए-बीएड व एमएड के इंटीग्रेटेड कोर्स का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इससे समय भी बचेगा और डिग्री की औपचारिकताएं भी कम होंगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में बैकलॉग के खाली पदों खासकर एससी कैटिगरी में शिक्षकों की भर्ती को अभियान के तौर पर शुरू किया जाएगा।
कोशिश यह है कि भर्ती हर साल हो, जिससे बैकलॉग न बचे। मंत्रालय की योजना स्किल डिवेलपमेंट को भी विश्वविद्यालय की पढ़ाई का अनिवार्य हिस्सा बनाने की है। मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों की प्रशासनिक व्यवस्था भी एक अहम समस्या है।
आभार : डीबी द्विवेदी जी
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