प्रदेश में आयोजित बी0टी0सी0/वि0बी0टी0सी0/उर्दू बी0टी0सी0 एवं जूनियर गणित/विज्ञान भर्ती लगभग 15 करोड़ खर्च - पूरी न हो पाई भर्तियॉ -
१-भर्तियों में आये खर्च का व्यौरा शासन ने मॉगा ।
२-72825 प्रशिक्षु भर्ती प्रक्रिया का खर्च सबसे कम।
प्रदेश में विगत वर्षो से भर्तियों का सिलसिला लगातार जारी है, जिसमें दो बार 10000 बी0टी0सी0/ वि0बी0टी0सी0 भर्ती एवं 7000 उर्दू बी0टी0सी0 धारकों तथा 29000 जूनियर में विज्ञान/गाणित के सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया हो चुकी है, जिसमें अभी तक पाॅचवी काउन्सलिंग के उपरान्त भी जूनियर भर्ती पूर्ण भी नही हो पायी है। शासन द्वारा जारी निर्देश के अनुपालन में समस्त जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किन्हीं दो बहुचर्चित समाचार पत्र में विज्ञापन जारी किया जाता है, उक्त विज्ञापन जारी करने में लगभग ढेड़ लाख से 02 लाख तक व्यय हो जाता है। विगत वर्ष से भर्ती प्रक्रिया जब से जारी हुई है, तब से अखबारों के सम्पादकों की बल्ले-बल्ले हुई है। प्रदेश के सभी जनपदों द्वारा उक्त कार्यवाही सम्पादित की जाती है, जिसके आधार पर अभ्यर्थियों द्वारा काउन्सलिंग में प्रतिभाग किया जाता है। इस प्रकार अभी तक एक जनपद से लगभग 20 लाख रू0 का व्यय किया जा चुका है। जिसकी प्रतिपूर्ति करने के लिए शासन ने अखवारों के बिल सहित पूरा ब्यौरा मॉगा है। इस प्रकार प्रदेश में लगभग 15 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
72825 प्रशिक्षु भर्ती प्रक्रिया जितनी बड़ी - खर्चा सबसे कम
वर्तमान में मा0 सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के क्र में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया सम्पादित की जा रहीहै, अद्यतन दो काउन्सलिंग कराई जा चुकी है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि जितनी बड़ी भर्ती खर्चा उतना कम है। उक्त भर्ती प्रक्रिया मेंशासन द्वारा जारी बेवसाइट का प्रयोग किया जा रहा है, जिस पर समस्त जनपदों की सूचनाऍ एन0आई0सी0 लखनऊ द्वारा अपडेट की जाती है। काउन्सलिंग हेतु शासन स्तर से केवल दो समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर प्रत्येक जनपद का मेरिट जारी कर दी जाती है। शेष सूचनाऍ बेवसाइट पर अपलोड होने के कारण अभ्यर्थियों का काम आसान हो जाता है। इन विज्ञापन हेतु लगभग 3 लाख रू0 का व्यय होता है। इस भर्ती प्रक्रिया से जनपदों का काम और आसान कर दिया है।
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