अरबी-फारसी मदरसा शिक्षकों को भी मिलेगा राज्य अध्यापक पुरस्कार : कैबिनेट ने दी मंजूरी-
लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश की कैबिनेट ने सूबे में चल रहे अरबी- फारसी मदरसों के शिक्षकों को भी राज्य अध्यापक पुरस्कार से पुरस्कृत किए जाने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य पुरस्कार से प्रत्येक वर्ष 3 तहतानिया, 3 फौकानिया तथा 3 आलिया स्तर के शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार स्वरूप Rs 10 हजार , चांदी का पानी चढ़ा पदक तथा ऊनी शाल प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त तैनाती स्थल से पुरस्कार स्थल तक आने-जाने के लिए यात्रा व्यय, राज्य परिवहन निगम की बस में निर्धारित 4000 किमी की निशुल्क यात्रा की सुविधा पुरस्कार दिए जाने के वर्ष में ही मान्य होगी। इसी के साथ अगली वेतन वृद्धि के समतुल्य धनराशि वैयक्तिक वेतन के रूप में स्वीकृत की जाएगी। जवाहरपुर विद्युत उत्पादन निगम लि. को पावर कारपोरेशन से विद्युत उत्पादन निगम को देने पर सहमति:प्रदेश की कैबिनेट ने मंगलवार को जवाहरपुर विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड का हस्तांतरण उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम को दिये जाने के प्रस्ताव पर सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की दी है। वर्तमान में जवाहरपुर विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड, उप्र पावर कारपोरेशन लि. की स्पेशल परपज वेहिकल (एसपीवी) का हिस्सा है। इस हस्तांतरण से उत्पादन निगम की क्षमता बढ़ जाएगी। हस्तांतरण प्रक्रिया की नीति निर्धारित करने के लिए पावर कारपोरेशन व राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारियों की टीम गठित की जाएगी। प्रक्रिया को सुचारु एवं विधिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए सलाहकार की भी नियुक्ति की जा सकती है। बारा र्थमल प्रोजेक्ट के लिए रेलवे लाइन के निर्माण एवं साइडिंग को अधिग्रहीत भूमि लीज पर देने का फैसला:मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इलाहाबाद की तहसील बारा में मेसर्स जयप्रकाश एसोसिएट्स लि. की ओर से स्थापित किए जा रहे तापीय विद्युतगृह परियोजना में कोयले की ढुलाई के लिए रेलवे लाइन के निर्माण एवं साइडिंग को 25.0965 हेक्टेयर अधिग्रहीत भूमि को 25 वर्ष की लीज पर मेसर्स प्रयागराज पावर जनरेशन कम्पनी लि. को हस्तांतरित करने का फैसला लिया गया है। परिवहन निगम की बस में 4 हजार किमी की यात्रा भी मुफ्त
मदरसा शिक्षकों को पुरस्कार : अध्यापक पुरस्कार देने का निर्णय-
लखनऊ : अरबी-फारसी मदरसों के शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार देने का निर्णय किया गया है। प्रत्येक वर्ष तीन तहतानिया, तीन फौकानिया और तीन आलिया स्तर के शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार में दस हजार रुपये, चादी का पानी चढ़ा पदक और ऊनी शाल प्रदान किया जाएगा। तैनाती स्थल से पुरस्कार स्थल तक आने-जाने हेतु यात्रा व्यय, राज्य परिवहन निगम की बसों में निर्धारित चार हजार किमी की नि:शुल्क यात्रा की सुविधा, जो पुरस्कार दिए जाने के वर्ष में ही मान्य होगी।
अगली वेतन वृद्धि के समतुल्य धनराशि वैयक्तिक वेतन के रूप में स्वीकृत की जाएगी। वेतनमान में अधिकतम सीमा तक पहुंच चुके अध्यापकों को अंतिम बार दी गई वेतन वृद्धि के बराबर की धनराशि वैयक्तिक वेतन के तौर पर स्वीकृत की जाएगी।
खबर साभार : दैनिक जागरण व राष्ट्रीय सहारा
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