ऑनलाइन वजीफा की राह में मदरसा संचालक रोड़ा : छात्रवृत्ति का पैसा सीधे छात्रों के खाते में ही
लखनऊ : मदरसों के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति ऑनलाइन खातों में न जाए इसके लिए मदरसा प्रबंधक पूरी ताकत लगाये हुए हैं। सरकार के निर्णय के खिलाफ अब तक चार-पांच वाद न्यायालयों में दाखिल हो चुके हैं। हालांकि सरकार भी अपने निर्णय पर अडिग है और मदरसा प्रबंधकों से न्यायालय में लड़ाई लड़ रही है।अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग छात्र-छात्राओं को प्री-मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक के साथ ही मेरिट कम मीन्स के तहत छात्रवृत्ति देता है। सरकार ने ये छात्रवृत्ति ऑनलाइन देने का फैसला लिया है। इससे छात्र-छात्राओं का वजीफा सीधे उनके बैंक खाते में जाने लगा। मदरसा संचालक इसका विरोध कर रहे हैं।
इसके विरोध में संचालक न्यायालय का भी सहारा लिया है। सरकार अब तक दो वादों को खारिज करा चुकी है। गौरतलब है कि अब तक मदरसा संचालकों के खाते में ही छात्रवृत्ति का पैसा दे दिया जाता था। इसके बाद वे अपने यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पैसा बांटने में खेल करते थे। इन्हीं शिकायतों के चलते सरकार ने वजीफा सीधे छात्रों के खाते में भेजने का निर्णय लिया है। इस संबंध में निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण फैजुर्रहमान कहते हैं कि छात्रवृत्ति का पैसा सीधे छात्रों के खाते में ही दिया जाएगा। इसके लिए चाहे जितनी लड़ाई लड़नी पड़ेगी सरकार पीछे नहीं हटेगी। अब तक कई वाद खारिज कराये जा चुके हैं। एक-दो वाद और बचे हैं शीघ्र ही उनका भी निस्तारण हो जाएगा |
खबर साभार : अमरउजाला
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