१-बीटीसी के हर सेमेस्टर में करनी होगी इंटर्नशिप
२-एससीईआरटी ने जारी किया नया कैरीकुलम
३-बीटीसी ट्रेनिंग में दिये बदलाव के निर्देश
अलीगढ़ । बीटीसी अभ्यर्थियों को अब चारों सेमेस्टर में इंटर्नशिप करनी होगी। अभी तक यह व्यवस्था सिर्फ चौथे सेमेस्टर में ही थी। इतना ही नहीं थ्योरी से ज्यादा अब प्रेक्टिकल वर्क पर भी ध्यान देना होगा। चालू सत्र से ही यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) बीटीसी ट्रेनिंग के लिए नया कैरीकुलम जारी किया है। नए कैरीकुलम के अनुसार बीटीसी ट्रेनिंग ले रहे हर अभ्यर्थी को सभी सेमेस्टर में इंटर्नशिप करनी होगी। पुरानी व्यवस्था के तहत सिर्फ चौथे सेमेस्टर में ही अभ्यर्थियों को इंटर्नशिप करनी होती थी। जिसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में जाकर बच्चों को पढ़ाना होता था। लेकिन राइट टू एजूकेशन और शिक्षा के बदलते ढांचे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
बीटीसी ट्रेनिंग के नए ढांचे में थ्योरी और प्रेक्टिकल वर्क पर भी बात की गई है। नई व्यवस्था के तहत अभ्यर्थियों को अब थ्योरी से ज्यादा प्रेक्टिकल वर्क करना होगा। बीटीसी का सत्र देर से शुरू होने के चलते नई व्यवस्था वर्ष 2013-14 से ही लागू कर दी गई है। बीटीसी का नया कैरीकुलम एससीईआरटी और डॉयल लखनऊ ने मिलकर तैयार किया है।
साभार : अमर उजाला
२-एससीईआरटी ने जारी किया नया कैरीकुलम
३-बीटीसी ट्रेनिंग में दिये बदलाव के निर्देश
अलीगढ़ । बीटीसी अभ्यर्थियों को अब चारों सेमेस्टर में इंटर्नशिप करनी होगी। अभी तक यह व्यवस्था सिर्फ चौथे सेमेस्टर में ही थी। इतना ही नहीं थ्योरी से ज्यादा अब प्रेक्टिकल वर्क पर भी ध्यान देना होगा। चालू सत्र से ही यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) बीटीसी ट्रेनिंग के लिए नया कैरीकुलम जारी किया है। नए कैरीकुलम के अनुसार बीटीसी ट्रेनिंग ले रहे हर अभ्यर्थी को सभी सेमेस्टर में इंटर्नशिप करनी होगी। पुरानी व्यवस्था के तहत सिर्फ चौथे सेमेस्टर में ही अभ्यर्थियों को इंटर्नशिप करनी होती थी। जिसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में जाकर बच्चों को पढ़ाना होता था। लेकिन राइट टू एजूकेशन और शिक्षा के बदलते ढांचे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
बीटीसी ट्रेनिंग के नए ढांचे में थ्योरी और प्रेक्टिकल वर्क पर भी बात की गई है। नई व्यवस्था के तहत अभ्यर्थियों को अब थ्योरी से ज्यादा प्रेक्टिकल वर्क करना होगा। बीटीसी का सत्र देर से शुरू होने के चलते नई व्यवस्था वर्ष 2013-14 से ही लागू कर दी गई है। बीटीसी का नया कैरीकुलम एससीईआरटी और डॉयल लखनऊ ने मिलकर तैयार किया है।
साभार : अमर उजाला
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